चित्त प्रवाह!?

अपनी जातियां लिए लिए,
कोई मुसलमानों के खिलाफ -
घोलता जहर है,
कोई अपनी जातीय एकता के बीच से -
छद्म पंथ निरपेक्षता के खिलाफ है,
कोई अपने परिजनों को साथ लिए-
भारतीय आबो हवा में जहर घोल रहा है।
जातियों की लाश पर खड़ा हो,
जातीय एकता को तोड़ कर,
जातीय कर्मों को त्याग -
कौन भारत माँ की शान में?
अल्पमत ही ठीक,
जो रोटी- बेटी सम्बन्ध खड़ा कर-
ग़ैरजातियों के बीच ,
भारतीयता का बागवान,
जो तिरंगा की शान शान में शहादत लिए,
सलाम!लाखो सलाम उसके लिए!
#अशोकबिन्दु

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